Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana: मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री द्वारा की गई थी और इसका प्रबंधन भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। इस योजना के तहत मछुआरों को नए मछली उत्पादन तकनीकों के बारे में जागरूक करना और मछली उत्पादन को बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
सरकार इस योजना के तहत बन्दरगाहों, लैंडिंग केंद्रों, समुद्री जहाजों के आधुनिकीकरण के साथ-साथ, मछलियों के लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध कराने और स्वच्छ मछली बाजार को विकसित करने का काम किया जा रहा है।
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Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana क्या है
भारत एक ऐसा देश है जहाँ कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मत्स्य पालन और जलीय कृषि भी महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। सरकार ने मत्स्य पालन क्षेत्र में उत्पादन, उत्पादकता और आय को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की है। इस योजना ने भारत में नीली क्रांति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana एक समग्र और समावेशी दृष्टिकोण के साथ है। इसका उद्देश्य है मत्स्य पालन में विकास, आधुनिक तकनीकों का समावेश और मत्स्य पालकों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना। स्वास्थ्यप्रद मछलियों का उत्पादन और उनकी गुणवत्ता में सुधार, निर्यात को बढ़ावा देना और भारतीय मछली उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना भी इस योजना के मुख्य उद्देश्यों में शामिल है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana उद्देश्य
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana देश में मत्स्य पालन के क्षेत्र में सतत और जवाबदेह विकास को सुनिश्चित करने के लिए नीली क्रांति के माध्यम से होगी। यह योजना में केंद्रीय योजना और केंद्र प्रयोजित योजना के दो घटक होंगे। मुख्य रूप से समुद्री शैवाल और मछली की खेती जैसी रोजगार सृजन गतिविधियों पर ध्यान दिया जाएगा।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana लाभ
- जलयान के माध्यम से मछली पालन व्यवसाय को आर्थिक लाभ मिलेगा।
- मत्स्य पालन में वृद्धि करके आय का प्रमुख स्रोत बढ़ाया जा सकता है।
- मत्स्य पालन को 1 लाख करोड़ रुपए निर्यात स्तर तक पहुंचाना है।
- विदेशों में मछली निर्यात से भारत की आर्थिक स्थिति में वृद्धि होगी।
- इस योजना द्वारा मछली उत्पादन के गुणवत्ता पत्र पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे महंगे दामों में उच्च गुणवत्ता के साथ बिक्री हो सकेगी।
- किसानों को मछली पालन के लिए विशेष लाभ प्रदान करने के लिए भी उपयुक्त सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- इससे किसान समुदाय को भी आर्थिक फायदा होगा।
- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से होने वाले लाभ
- किसानों को इस योजना के जरिये मछुआरों और मछली पालन से रोजगार मिलेगा।
- कृषि से व्यावसायिक आर्थिक हानि नहीं होगी, क्योंकि मछली पालन से वे आर्थिक हित में आएंगे।
- इस योजना से मछली पालन करने वालों की आय दोगुनी होगी।
- 20,050 करोड़ रुपए की निवेश के माध्यम से मत्स्य पालन के लिए योजना किया गया है।
- करीब 50 लाख लोगों को नौकरी मिलेगी।
- लगभग 70 लाख कुंटल मछलियाँ इस योजना के माध्यम से उत्पादित की जाएंगी।
- इस योजना में मछली पालन के लिए 60% अनुदान एससी/एसटी महिलाओं को और 40% अनुदान अन्य समुदाय को दिया जाता है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana पात्रता
- इस योजना से भारतीय नागरिकों को लाभ मिलेगा।
- इस योजना के लिए नागरिकों को मत्स्य पालन से संबंधित होना चाहिए।
- पुरुष और महिलाएं दोनों योजना के लिए योग्य हैं।
- इसके साथ ही, नागरिकों ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिए अनुरोध दिया है ताकि मत्स्य पालन कार्यक्रम में शामिल हो सकें।
- मछली पालन हेतु, मत्स्य पालन कर्ता को भूमि की आवश्यकता होती है
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana दस्तावेज
- भूमि दस्तावेज़: यदि परियोजना के लिए भूमि आवश्यक है, तो भूमि पट्टा समझौता, भूमि स्वामित्व दस्तावेज़, या भूमि मालिक से NOC जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
- पार्टनरशिप डीड या मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA)
- बैंक के खाते का विवरण
- व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण पत्र
- परियोजना रिपोर्ट
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana लक्ष्य
- इस योजना को मच्छली पालन को बढ़ावा देने के लिए आरंभ किया गया है ताकि मछली उत्पादन में वृद्धि हो।
- मत्स्य पालन क्षेत्र और संबंधित कार्यों में 55 लाख नौकरियों का उत्पादन करना।
- वर्ष 2024-25 तक मछली उत्पादन में अतिरिक्त 70 लाख टन की वृद्धि का लक्ष्य।
- वर्ष 2024-25 तक मत्स्य निर्यात से पाई जाने वाली आय को 1,00,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाना।
- पैदावार के बाद होने वाले नुकसान को 20-25 प्रतिशत से कम करके उसे 10 प्रतिशत बनाना।
- सरकार योजना के अंतर्गत बीमा प्रदान करेगी ताकि उनको दुर्घटना से सुरक्षा मिले।
- योजना का उद्देश्य बागवानी को बढ़ाना, कृषि अपशिष्ट का प्रबंधन और कमी करना तथा मत्स्य पालन क्षेत्र में क्षमता का उपयोग करना है।
- जलजीवन संबंधी काम करने वाले लोगों की आय को 2024 तक दोगुना करना, जैसे मछुआरों, मछली किसानों और मछली श्रमिकों।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana चयन प्रक्रिया
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) के तहत चयन प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण चरण शामिल हैं, जो लाभार्थियों को योजना का लाभ उठाने में मदद करते हैं। सबसे पहले, इच्छुक व्यक्तियों या समूहों को योजना के लिए आवेदन करना होता है, जिसमें उन्हें अपनी पहचान, व्यवसाय संबंधी जानकारी, और आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक खाता विवरण प्रदान करने होते हैं।
इसके बाद, आवेदन पत्रों की समीक्षा की जाती है और पात्रता मानदंडों के अनुसार चयन किया जाता है। चयनित लाभार्थियों को योजना के तहत वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलता है, जिससे उन्हें मछली उत्पादन और संबंधित गतिविधियों में कौशल विकास के लिए आवश्यक ज्ञान प्राप्त होता है।
इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल योग्य और इच्छुक मछुआरे और मछली पालन व्यवसायी ही योजना का लाभ उठा सकें, जिससे मत्स्य पालन क्षेत्र में समग्र विकास और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा मिले। PMMSY का लक्ष्य न केवल मछली उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि मछुआरों की आय में वृद्धि और उनके जीवन स्तर में सुधार करना भी है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana भविष्य
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) का भविष्य भारतीय मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक और विकासशील प्रतीत होता है। इस योजना का उद्देश्य न केवल मछली उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि मछुआरों और मछली किसानों की आय में सुधार करना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना भी है। योजना के तहत, सरकार ने 20,050 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है, जो मत्स्य पालन के लिए एक स्थायी और समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
2023-24 के केंद्रीय बजट में, इस योजना के अंतर्गत एक नई उप-योजना की घोषणा की गई है, जिसमें 6,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह उप-योजना मछली विक्रेताओं, मछुआरों और सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए बाजार में पहुंच और मूल्य श्रृंखला में सुधार करने के लिए कार्यरत होगी।
यदि योजना को सही तरीके से लागू किया जाता है, तो यह न केवल मछली उत्पादन में वृद्धि करेगी, बल्कि मत्स्य पालन क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। इसके अलावा, यह योजना भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र के योगदान को बढ़ाने में भी सहायक होगी। कुल मिलाकर, Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana का भविष्य उज्ज्वल है, और यह भारतीय मछुआरों और किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन सकता है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana चुनौतियां
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) के कार्यान्वयन में कई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं, जो योजना के लक्ष्यों को पूरा करने में बाधा डाल सकती हैं। सबसे पहले, सूचना का अभाव एक महत्वपूर्ण समस्या है; कई छोटे मछुआरों और किसानों को योजना के लाभों और आवेदन प्रक्रिया के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है, जिससे वे इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
दूसरी चुनौती वित्तीय सहायता की उपलब्धता है। हालांकि योजना के तहत वित्तीय सहायता का प्रावधान है, लेकिन कई लाभार्थियों को समय पर सहायता नहीं मिलती, जिससे उनके व्यवसाय में रुकावट आती है। इसके अलावा, तकनीकी ज्ञान की कमी भी एक समस्या है; कई मछुआरे और किसान आधुनिक मछली पालन तकनीकों से अवगत नहीं हैं, जिससे उनकी उत्पादकता प्रभावित होती है।
अंत में, बाजार पहुंच की कमी भी एक चुनौती है। मछली उत्पादकों को अपने उत्पादों के लिए उचित बाजार नहीं मिल पाता, जिससे उनकी आय में कमी आती है। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, सरकार को जागरूकता कार्यक्रम चलाने, वित्तीय सहायता को समय पर उपलब्ध कराने, और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता है। यदि इन समस्याओं का समाधान किया जाता है, तो PMMSY योजना अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकती है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana मुख्य तथ्य
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र का समग्र विकास करना है। इस योजना का कुल निवेश ₹20,050 करोड़ रुपये है और इसे 2020-21 से 2024-25 तक लागू किया जा रहा है। PMMSY का मुख्य लक्ष्य मछली उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाना, मूल्य श्रृंखला को मजबूत करना, और मछुआरों तथा मछली किसानों की आय को दोगुना करना है।
योजना के तहत, सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों को forty% और SC/ST/महिलाओं को 60% वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, 2023-24 के केंद्रीय बजट में एक नई उप-योजना की घोषणा की गई है, जिसमें मछली विक्रेताओं और छोटे उद्यमों के लिए ₹6,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। PMMSY का उद्देश्य न केवल मछली उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि मछली पालन में रोजगार के अवसर भी सृजित करना है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान हो।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana क्या सुविधाएं मिलेगा
- प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को खास सुविधाएं दी जाती हैं।
- छोटे और मध्यम मत्स्य पालकों के लिए योजना का मुख्य उद्देश्य उन्हें आर्थिक सहायता और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना है ताकि उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके।
- महिला मत्स्य पालक और जलीय कृषि उद्यमी: महिलाएं इस क्षेत्र में शामिल होकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत और खुदराबनाने की योजना में महत्वपूर्ण भागीदारी है।
- आदिवासी और पिछड़े वर्ग के मत्स्य पालक: इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लोगों को विशेष सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर को सुधारना और उन्हें मुख्यधारा में लाना।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana में क्या गतिविधियाँ है
- निम्नलिखित गतिविधियाँ और कार्यक्रम इस योजना के अंतर्गत संचालित हो रहे हैं।
- समुद्री और अंतर्देशीय मछली पालन के विकास के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग और नए तालाबों की स्थापना से इस क्षेत्र में प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसमें जलाशयों और जलस्रोतों का सदुपयोग करके मत्स्य पालन की गतिविधियों को विस्तार देना शामिल है।
- आधारभूत संरचना का विकास: मत्स्य बंदरगाह, मछली पालन प्रशिक्षण केन्द्र तथा मछली पालन प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के माध्यम से आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है। इससे मत्स्य पालकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी तथा उत्पादन में सुधार होगा।
- स्वास्थ्य और पोषण के प्रबंधन पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि मछलियों का स्वास्थ्य और पोषण सुधारे जा सके, जिससे मछलियों की गुणवत्ता बढ़ेगी और उत्पादन लागत कम होगी।
- मछली उत्पादों का प्रसंस्करण और विपणन: प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित करना, कोल्ड स्टोरेज सुविधाएँ प्रदान करना और उच्च गुणवत्ता वाले मछली उत्पादों के लिए बेहतर विपणन प्रणाली विकसित करना सुगम बनाया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है। दस्तावेजों की सूची आमतौर पर मानक होती है, लेकिन विशिष्ट परियोजनाओं या राज्य की आवश्यकताओं के आधार पर भिन्न हो सकती है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana ऑनलाइन आवेदन
- केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिए बिहार पंजीकरण करने के लिए, आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- जब आप वेबसाइट पर जाएंगे, तो आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- आपको इस होम पेज पर मत्स्य योजनाओं के लिए आवेदन के लिए बटन पर क्लिक करना है।
- तत्पश्चात् आपको इसे क्लिक करना है और नया पंजीकरण चुनना है।
- इसे क्लिक करने के बाद, आपके सामने एप्लीकेशन फॉर्म दिखेगा।
- इस फॉर्म में सभी जानकारी जैसे नाम, डेट ऑफ बर्थ, लिंग, मोबाइल नंबर आदि को भरना होगा।
- आपको अपने सभी दस्तावेज़ अटैच करने के लिए पूरी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- OTP भेजे बटन पर क्लिक करें जब संपूर्ण जानकारी दर्ज की जाए।
- जब आप ओटीपी भेजेंगे तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा।
- अब आपको मोबाइल पर आए ओटीपी नंबर डालना है और सबमिट बटन पर क्लिक करना है।
- जब आप सबमिट बटन पर क्लिक करेंगे, आपको ओटीपी सत्यापित होने का संदेश दिखाया जाएगा।
- अब आपको ओटीपी सत्यापित करना होगा और फिर क्लिक करें।
- अब आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा और Registration No और पासवर्ड उपलब्ध हो जाएगा।
- अब आपको PM Matsya Sampada Yojana के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए लॉग इन करना होगा।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana ऑफलाइन आवेदन
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana के लिए ऑफलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- आवेदन पत्र प्राप्त करें: सबसे पहले, आपको Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा। यह आवेदन पत्र आप अपने नजदीकी मत्स्य पालन विभाग या संबंधित कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
- फॉर्म भरें: आवेदन पत्र में आवश्यक जानकारी भरें, जिसमें आपका नाम, पता, व्यवसाय संबंधी जानकारी, और अन्य आवश्यक विवरण शामिल हैं।
- दस्तावेज संलग्न करें: आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेजों की एक प्रति संलग्न करें। इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण पत्र, और मछली पालन जल श्रोत प्रमाण पत्र शामिल हो सकते हैं।
- फॉर्म जमा करें: भरे हुए आवेदन पत्र को संबंधित कार्यालय में जमा करें। सुनिश्चित करें कि आप सभी आवश्यक दस्तावेजों को सही तरीके से संलग्न कर रहे हैं।
- स्वीकृति की प्रतीक्षा करें: आवेदन जमा करने के बाद, आपको स्वीकृति के लिए प्रतीक्षा करनी होगी। स्वीकृति मिलने पर, आपको योजना के तहत वित्तीय सहायता और अन्य लाभों के लिए सूचित किया जाएगा।
- इस प्रक्रिया के माध्यम से आप Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana का लाभ उठा सकते हैं और अपने मछली पालन व्यवसाय को सशक्त बना सकते हैं।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana Application Status
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana के आवेदन की स्थिति (Application Status) चेक करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करें:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- आवेदन स्थिति विकल्प खोजें: होमपेज पर “Application Status” या “Check Status” का विकल्प खोजें।
- आवश्यक जानकारी दर्ज करें: आपको अपना आवेदन नंबर और अन्य पहचान संबंधी जानकारी जैसे नाम या मोबाइल नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।
- जानकारी सबमिट करें: सभी आवश्यक जानकारी भरने के बाद, सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- स्थिति देखें: इसके बाद, आपकी आवेदन की स्थिति आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी, जिसमें यह बताया जाएगा कि आपका आवेदन स्वीकृत है, समीक्षा में है, या किसी अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता है।
- यदि आपको आवेदन स्थिति चेक करने में कोई समस्या आती है, तो आप संबंधित विभाग या हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं। यह प्रक्रिया आपको यह जानने में मदद करेगी कि आप योजना का लाभ उठाने के लिए कितने आगे बढ़ चुके हैं।
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निष्कर्ष
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र का समग्र विकास करना है। इस योजना के तहत, सरकार ने 20,050 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसका लक्ष्य मछली उत्पादन को 2024-25 तक 22 मिलियन मीट्रिक टन तक बढ़ाना है। PMMSY न केवल मछुआरों और मछली किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बल्कि उन्हें कौशल विकास और तकनीकी प्रशिक्षण भी देता है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।
इस योजना का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह मछली पालन के लिए एक स्थायी और जिम्मेदार दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है, जिससे न केवल आर्थिक लाभ होता है, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है। योजना के तहत, मछली उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार और मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने पर भी ध्यान दिया गया है।
हालांकि, योजना के कार्यान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी हैं, जैसे कि जागरूकता की कमी और तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता। यदि इन चुनौतियों का समाधान किया जाता है, तो PMMSY भारतीय मछली पालन क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है, जिससे न केवल मछुआरों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान मिलेगा। कुल मिलाकर, PMMSY का भविष्य उज्ज्वल है और यह भारतीय कृषि क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
FAQ
PMMSY कैसे कार्यान्वित किया जाता है?
PMMSY पांच वर्षों की अवधि के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यान्वित किया जा रहा है। इसके दो अलग-अलग घटक हैं – केंद्रीय क्षेत्र की योजना (CS) और केंद्रीय प्रायोजित योजना (CSS)। CSS घटक को आगे लाभार्थी उन्मुख और गैर-लाभार्थी उन्मुख उप-घटकों/गतिविधियों में विभाजित किया गया है।
PMMSY के लाभार्थी कौन हैं?
PMMSY के लाभार्थियों में मछुआरे, मछली किसान, मछली विक्रेता और मत्स्य पालन क्षेत्र में संलग्न लघु और सूक्ष्म उद्यम शामिल हैं। सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों के लिए 40% से लेकर SC/ST/महिलाओं के लिए 60% तक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
PMMSY के तहत कुल निवेश क्या है?
वित्त वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए PMMSY के तहत कुल ₹20,050 करोड़ का निवेश किया जाएगा। वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार और बाजार का विस्तार करने के लिए मछली विक्रेताओं, मछुआरों और लघु उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने के लिए ₹6,000 करोड़ के निवेश वाली एक नई उप-योजना की घोषणा की गई है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) क्या है?
PMMSY भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य देश में मत्स्य पालन क्षेत्र में सतत, जिम्मेदार, समावेशी और न्यायसंगत विकास लाना है। इस योजना का लक्ष्य मछली उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना, मूल्य श्रृंखला को आधुनिक और मजबूत करना, और मछुआरों तथा मछली किसानों की आय को दोगुना करना है।
PMMSY के तहत वित्तीय सहायता कैसे मिलती है?
लाभार्थियों को योजना के तहत वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। यह सहायता विभिन्न गतिविधियों के लिए निर्धारित मानदंडों के अनुसार प्रदान की जाती है।
PMMSY का कार्यान्वयन कैसे किया जाता है?
PMMSY का कार्यान्वयन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया जा रहा है। यह योजना केंद्रीय क्षेत्र की योजना (CS) और केंद्रीय प्रायोजित योजना (CSS) के तहत कार्यान्वित होती है।
PMMSY के तहत कौन-कौन सी गतिविधियाँ शामिल हैं?
PMMSY के तहत मछली उत्पादन, मछली पालन, मछली विक्रय, और संबंधित गतिविधियों को शामिल किया गया है। इसमें मछली फार्मिंग, जलीय कृषि, और मछली प्रसंस्करण शामिल हैं।